ईमानदारी से हीरो बने जापान के नाविक
३० अक्टूबर २०११मछली पकड़ने वाली एक मोटरबोट ने आठ अक्टूबर को जब समुद्र की गहराई से जाल खींचा तो उसमें नकदी से भरा बैग मिला. बैग में 10 हजार येन के एक हजार नोट हैं. बैग में नकदी के अलावा मिले अन्य कागज पूरी तरह धुल चुके हैं. बैग के मालिक का पता न चलने पर नाविकों ने बैग ओफनताओ शहर के प्रशासन के हवाले कर दिया.
प्रशासनिक अधिकारी कोउ युएनो कहते हैं, "हमें लगता है कि यह हादसे से जुड़ा हुआ है क्योंकि कोई भी नकदी से भरे इस बैग को ऐसे ही नहीं फेंक देगा." माना जा रहा है कि जापान में 11 मार्च को आई भयानक सूनामी के दौरान यह बैग मलबे के साथ बह गया. 40.5 मीटर ऊंची लहरें कई इलाकों को ध्वस्त करते हुए आगे बढ़ीं. 20,000 लोग मारे गए.
बैग ढूंढने वाले नाविकों की ईमानदारी और सद्भभावना की पूरे जापान में सराहना हो रही है. प्रशासन का कहना है कि अगर छह महीने के भीतर इस बैग का दावा करने वाला कोई व्यक्ति सामने नहीं आता है तो पूरी रकम बैग खोजने वाले को दे दी जाएगी.
बैग से संबंधित कुछ जानकारियां गोपनीय रखी गई हैं. अधिकारी कहते हैं कि अगर कोई व्यक्ति बैग पर दावा करता है तो उसके बयानों को बैग से जुड़े तथ्यों से मिलाया जाएगा.
रिपोर्ट: एपी/ओ सिंह
संपादन: वी कुमार