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होएनेस की कोठरी

५ अप्रैल २०१४

आठ वर्गमीटर. यह आकार है जेल की उस सेल का जो जर्मन और यूरोपीय फुटबॉल चैंपियन बायर्न म्यूनिख के पूर्व प्रमुख ऊली होएनेस को रहने के लिए मिलेगी. फुटबॉल का गोलपोस्ट भी इसका दोगुना होता है.

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Uli Hoeneß / FC Bayern
तस्वीर: Reuters

जेल में शुरुआती दो हफ्ते ऊली होएनेस को दूसरे कैदियों के साथ काटने होंगे, जब वे बड़े कमरे में रह सकेंगे. म्यूनिख के करीब लांड्सबर्ग जेल के उप प्रमुख हाराल्ड आइषिंगर का कहना है कि ऐसा मेडिकल कारणों से होगा. लेकिन उसके बाद उन्हें लोहे के भारी दरवाजे के पीछे अपने छोटे से सेल में रहना होगा. दरवाजे पर सेल का नंबर होता है और उसके पास छोटी पट्टियों पर किचन, सैलून या मीट शॉप. ये वे जगहें हैं जहां कैदी काम करते हैं.

करचोरी के लिए साढ़े तीन साल की सजा पाने वाले होएनेस को कुछ महीने तो बिना किसी पेरोल के जेल में रहना होगा. जर्मनी के बवेरिया प्रांत में जेल जाने के तुरंत बाद पेरोल पर बाहर निकलने की सुविधा नहीं है. बवेरिया की जेलों के प्रमुख फ्रांक आरलॉथ कहते हैं, "पहले हर कोई बंद जेल में रहता है." बायर्न म्यूनिख के पूर्व प्रमुख के लिए आने वाले सालों में दो लोग बहुत ही अहम होंगे. मोनिका ग्रोस और फ्रांक रॉक. दोनों ही देश के प्रमुख फुटबॉल क्लब के टॉप मैनेजर को सिर्फ टेलिविजन के जरिए जानते हैं. ग्रोस लांड्सबर्ग जेल की प्रमुख हैं और रॉक उस ब्लॉक के प्रभारी हैं जहां होएनेस कैद रहेंगे.

जब भी होएनेस सौ साल से ज्यादा पुरानी जेल से बाहर निकलना चाहेंगे, चाहे कुछ घंटों के लिए या पेरोल पर, दोनों ही उस फैसले में शामिल होंगे. लांड्सबर्ग की जेल सख्त कायदे कानूनों से भरी है. हर चीज पूरी तरह नियोजित है. कायदे कानून का उल्लंघन करने पर सजा मिलती है. खाने के मेस में गंजी पहन कर आना, मंजूर मॉडलों से अलग टेलिविजन या स्पोर्ट सूट रखना, बाथरूम से बाहर चप्पल पहनना, इन सब पर रोक है. सेलफोन और कम्प्यूटर पर तो रोक है ही.

ऐतिहासिक जेल

करीब 3 करोड़ यूरो के टैक्स की चोरी के लिए ऊली होएनेस को सजा मिली है. इसकी वजह से लांड्सबर्ग की ऐतिहासिक जेल पर फिर से मीडिया की निगाहें हैं. जेल के दक्षिणी गेट के पास प्राचीन काल का उलरिष चैपल है, जिसके चारों ओर लकड़ी के क्रॉस हैं. उन पर कोई नाम नहीं है. वहां 1945 के बाद अमरीकियों ने युद्ध अपराधियों को दफनाया था. लेष नदी पर बसे शहर पर कब्जे के बाद अमरीकियों ने उस सेल को भंग कर दिया था, जिसमें सत्ता अपहरण की कोशिश के बाद हिटलर को कैद रखा गया था.

होएनेस को अपने 8 वर्गमीटर के सेल में वही सुविधाएं मिलेंगी जो वहां कैद ड्रग डीलरों, चोरों और हत्यारों को मिलती हैं. एक बिस्तर, एक कुर्सी, एक आल्मारी, एक टॉयलेट, एक अलार्म और एक टेबल जिसपर जेल के कायदे कानून वाली किताब होगी. रॉक कहते हैं, "हमारे यहां कोई एक्सक्लुसिव क्लास नहीं है." होएनेस सेल में अपने साथ विवाह वाली अंगूठी, कलाई की घड़ी, व्यक्तिगत महत्व का गहना और कुछ तस्वीरें ले जा पाएंगे. जेल के सेलों में निजता की कोई निशानी नहीं दिखती.

टैक्सफ्री मजदूरी

शुरू में होएनेस को अपने लिए कोई काम खोजना होगा. कानून के अनुसार वे काम करने के लिए बाध्य हैं. लांड्सबर्ग जेल में काम करने की कई संभावनाएं हैं. वहां ऑटो वर्कशॉप है, मेटल वर्कशॉप है, प्रिंटिग प्रेस है और इसके अलावा जेल के प्रशासनिक काम भी हैं. जेल की अपनी 17 कंपनियां हैं, 8 कंपनियां वहां काम करवाती हैं. लेकिन होएनेस पर स्पोर्ट कोच के रूप में काम करने पर रोक होगी. यह काम सिर्फ जेल के खेल अधिकारी कर सकते हैं जो कई फुटबॉल और वॉलीबॉल टीमों का प्रबंधन करते हैं. काम सुबह सात बजे से दोपहर साढ़े तीन बजे तक होता है.

जो काम नहीं करता उसे अपने सेल में रहना पड़ता है. सिर्फ खाने के लिए बाहर निकलने की छूट है. वहां का खाना बहुत ही साधारण है. बवेरिया का जेल प्रशासन खर्च पर ध्यान रखता है. इस समय प्रांत की जेलों में 11,000 कैदी हैं. उन पर हर दिन 98.90 यूरो का खर्च आता है. जेल के उद्यमों से होने वाला मुनाफा इस खर्च को थोड़ा घटाता है. कैदियों को काम के बदले दिन का 11.94 यूरो मिलता है. करोड़ों के साथ शेयर बाजार में सट्टा लगाने वाले होएनेस के लिए यह रकम कुछ भी नहीं. असल बात यह है कि इस पर उन्हें टैक्स भी नहीं देना होगा.

एमजे/आईबी (रॉयटर्स)