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पाठकों से मिली फीडबैक

विनोद चड्ढा२३ जनवरी २०१५

आईये एक बार फिर से देखें, आप पाठकों ने डीडब्ल्यू हिंदी के साथ शब्दों के जरिए क्या साझा किया है.

https://p.dw.com/p/1EPYH
Symbolbild Internet Password Hacking
तस्वीर: Fotolia/apops

वेबसाइट पर इंटरनेट में कैसे रहें सतर्क रिपोर्ट पढ़ कर जय कुमार झा लिखते हैं इसमें कोई शक नहीं कि इंटरनेट पर की गयी हमारी सारी गतिविधियां बाजार में बेची जाती हैं और बाजारवाद अपनी नीतियां भी हमारे व्यवहार व गतिविधियों के आधार पर बनाती है. इंटरनेट से देश व समाज को जितना फायदा है उससे कई गुना नुकसान भी है.

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गोविन्द त्रिपाठी ने लिखा हैं वर्तमान समय में चारों ओर आतंकवाद और राजनीतिक खबरों का ही दौर चल रहा है और अधिकतर लोग इन्हें ही तरजीह दे रहे हैं. इसका कारण भी हम सभी जानते हैं लेकिन पता नहीं क्यों मुझे व्यक्तिगत रूप से ऐसा लगता है कि इनके बीच शिक्षा, स्वास्थ्य तथा अन्य सामान्य सामाजिक क्षेत्रों से जुड़ी खबरें या तो कम हो गई हैं या फिर छूट गई हैं. अत: आपसे अनुरोध है कि अपनी वेबसाइट पर ऐसी खबरों के लिये विशेष कवरेज प्रदान करें तो अति कृपा होगी.

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Sendungslogo TV-Magazin "Manthan" (Hindi)
तस्वीर: DW

मंथन टीवी शो हर शनिवार सुबह डीडी1 पर दिखाया जाता है. इस शो को देख कर मनोरंजन साहू लिखते हैं कि मैं यह शो नियमित देखता हूं. जर्मनी में हो रहे तरह तरह के शोध पर आधारित यह एक बहुत ही रोचक व जानकारीपूर्ण कार्यक्रम है. मैं तो कहूंगा कि जो भी व्यक्ति नई नई जानकारियां जानना चाहता है उसे यह शो जरूर देखना चाहिए.

कुणाल दास का कहना है कि यह खास कर स्टूडेंट्स के लिए बहुत ही अच्छा प्रोग्राम है. इसी प्रकार बहुत से और पाठकों ने भी मंथन की सराहना की है.

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मैं आपकी वेबसाइट के माध्यम से और साप्ताहिक टीवी शो 'मंथन' के माध्यम से डॉयचे वेले हिन्दी विभाग के साथ अपना रिश्ता हमेशा रख रहा हूं. डॉयचे वेले के साथ मेरे संबंध के दौरान जो कुछ मुझे मिला था, अब भी जो मिल रहा हैं, और आगे भी जो मिलता रहेगा, वह मेरे लिए अनमोल रतन हैं. सुभाष चक्रबर्ती, नई दिल्ली

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बांग्लादेश में देह व्यापार पर तस्वीरों में दी गई जानकारी पर बहुत से पाठकों ने टीका-टिप्पणी करी है. उनमें से कुछ एक है.

- वेश्यावृत्ती किसी रेडलाइट एरिया में नहीं, लोगों के जेहन में घर कर गई है.

- आज के इस चकाचौंध के माहौल में रेडलाइट में जाने की आवश्यकता ही नहीं है, तमाम सार्वजनिक जगहों पर ही ऐसी महिलाएं मिल जाएंगी जो अपनी हाई फाई जरूरतों को पूरा करने के लिए शौक से पैसों के लिए अपना शरीर बेच रही हैं.

- ऐसी ही अभागी लड़कियों का जीवन दोबारा सवारने के लिए आजकल कई संस्थाएं हैं जो ऐसी लड़कियों को इस वेश्यावृति की दलदल से निकाल कर उनकी गृहस्थी बसाने का काम कर रही हैं.

- रेड लाइट एरिया कहो या ब्लैक नाईट एरिया, छोटा शहर हो या बड़ा शहर, इन सभी सेक्स वर्कर्स को लाईसेंस देती है सरकार. साप्ताहिक मेडिकल चेकअप होता है, बॉडी बायर और बॉडी सेल्लर में पार्ट टाइम रिलेशन भी होता है.

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