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एवरेस्ट पर हिमस्खलन

१८ अप्रैल २०१४

विश्व की सबसे ऊंची चोटी माउंट एवरेस्ट पर शुक्रवार तड़के हिमस्खलन के कारण छह नेपाली गाइडों की मौत हो गई है और छह लापता हैं. यह अब तक का सबसे खतरनाक हिमस्खलन बताया जा रहा है.

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तस्वीर: STR/AFP/GettyImages

नेपाल माउंटेनियरिंग एसोसिएशन के अध्यक्ष अंग शेरिंग शेरपा ने समाचार एजेंसी एएफपी को बताया, "बचावकर्मियों ने 4 शव निकाल लिए हैं. अब वे दो और शव बर्फ से निकालने की कोशिश कर रहे हैं." शेरपा के मुताबिक हिमस्खलन 5,800 मीटर की ऊंचाई पर नेपाल के समय के मुताबिक सुबह 6.45 बजे हुआ. "पॉपकॉर्न फील्ड" नाम से मशहूर ये इलाका काफी जोखिम भरा माना जाता है.

पर्यटन मंत्रालय के प्रवक्ता मोहन कृष्ण सापकोटा के मुताबिक सभी पर्वतारोही नेपाली थे और वे गर्मी के मौसम में होने वाली चढ़ाई की तैयारी के काम में जुटे थे. इसी महीने गर्मी के सीजन की चढ़ाई शुरू होने वाली है. सापकोटा के मुताबिक, "हादसे के वक्त शेरपा गाइड उपकरण और अन्य जरूरी सामान पर्वतारोहियों के लिए ले जा रहे थे. बचावकर्मियों ने दो लोगों को जिंदा ढूंढ निकाला है और वे उन 6 और लोगों की तलाश कर रहे हैं जो लापता हैं."

पर्यटन मंत्रालय के एक और अधिकारी के मुताबिक बचाव कार्य में तीन हेलीकॉप्टर लगाए गए हैं ताकि उन इलाकों में खोजबीन की जा सके और घायलों को सुरक्षित जगहों तक पहुंचाया जा सके. काठमांडू की क्लाइम्बिंग कंपनी हिमालयन क्लाइम्बिंग गाइड्स नेपाल के मुताबिक मृतकों में उनके दो गाइड्स भी शामिल हैं और चार लापता हो गए हैं. पहाड़ पर हुआ यह हादसा अब तक का सबसे घातक हादसा है. पिछले साल के समर क्लाइम्बिंग सीजन के दौरान आठ लोगों की मौत हुई थी. 1953 में सर एडमुंड हिलेरी और तेनजिंग नॉर्गे द्वारा चढ़ाई करने के बाद से 300 लोगों की हादसे में मौत हो चुकी है. हर साल गर्मी के मौसम में सैकड़ों पर्वतारोही हिमालय की चोटी को फतह करने की कोशिश में चढ़ाई करते हैं.

एए/एएम (एएफपी)