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भारी संघर्ष के बीच कूटनीतिक उम्मीद

२१ अगस्त २०१४

पूर्वी यूक्रेन में अलगाववादियों के गढ़ डोनेट्स्क और सरकारी सेना के बीच सड़कों पर घमासान लड़ाई चल रही है. उधर बातचीत के दौरान एक कूटनीतिज्ञ ने बातचीत में उम्मीद जताई है.

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तस्वीर: D.Dilkoff/AFP/Getty Images

जर्मनी के विदेश मंत्री फ्रांक वाल्टर श्टाइनमायर यूक्रेन विवाद को हल करने की बातचीत में गति देख रहे हैं. क्या उनके दबाव और अपील से यूक्रेन और रूस के बीच मतभेद खत्म होगा?

रिपोर्टों के मुताबिक कीव की सेना अलगाववादियों को दबाने में सफल हो रही है. वह डोनेट्स्क और लुगांस्क के आसपास दबाव बढ़ा रही है. रिपोर्टों के मुताबिक डोनेट्स्क की एक सड़क पर मोर्टार बम गिरे. इससे कई इमारतों में खिड़कियों के शीशे टूट गए और पेड़ों की डालियां टूट गईं और बिजली भी गुल हो गई.

52 साल की नीना ने कहा, "यूक्रेनी सेना या जो भी कोई है, वो हम पर फिर से बम गिरा रहे हैं. मैं अपने जीवन का अधिकतर हिस्सा इस घर में रही हूं. और अब वह मेरा सब कुछ लेना चाहते हैं. इस शहर में खोने के लिए अब कुछ बचा ही नहीं है."

अलगाववादियों के नियंत्रण वाले डोनेट्स्क के प्रशासन ने बताया कि बुधवार को हुए हमले में नौ निवासी मारे गए. सरकार ने इस बात से इनकार किया है कि सेना निवासी इलाकों में हमले कर रही है.

हमेशा की तरह यूक्रेन ने रूस पर षडयंत्र और रूस ने यूक्रेन पर हमले करने के आरोप लगाए हैं. एक दुकान में काम कर रही महिला ने बताया कि अचानक बम गिरा और वह काउंटर के पीछे छिप गई. थोड़ी देर बाद सब जगह अंधेरा और गुबार था.

लुगांस्क से भी भारी हमलों की खबरें हैं. यहां भी सेना और अलगाववादियों के बीच भारी संघर्ष चल रहा है. यह इलाका कई सप्ताह से अलग थलग पड़ा हुआ. न यहां पानी सप्लाई हो रहा है और ना ही बिजली. इस कारण मोबाइल और लैंडलाइन के फोन भी काम नहीं कर रहे हैं.

Außenminister Steinmeier in ZDF-Sendung "was nun?" / IS / Irak / Syrien
कूटनीतिक हल की उम्मीदतस्वीर: ZDF

सिर्फ जरूरी खाने पीने की चीजें हैं. लोग खुले में खाना पका रहे हैं क्योंकि घरों में बिजली नहीं है इसलिए हॉट प्लेट भी काम नहीं कर रही.

उधर इस संकट के हल के लिए कूटनीतिक बातचीत में लगे प्रतिनिधियों ने उम्मीद जताई है. जर्मनी के विदेश मंत्री श्टाइनमायर ने कहा, "मुझे ऐसा लग रहा है कि दोनों ही इस समय संघर्ष विराम की संभावनाएं तलाश रहे हैं."

श्टाइनमायर ने रविवार को दोनों देशों के विदेश मंत्री सेर्गेई लावरोव और पावेल क्लिमकिन को बातचीत की मेज पर लाया था. दोनों ने बातचीत को आगे बढ़ाने की बात कही. इसके बाद रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और यूक्रेन के राष्ट्रपति पेट्रो पोरोशेंको की मुलाकात को श्टाइनमायर ने नजदीकी का संकेत बताया.

दोनों राष्ट्रप्रमुख अगले सप्ताह बेलारूस की राजधानी में मिल रहे हैं. इससे पहले शनिवार को पोरोशेंको से बातचीत लिए जर्मनी की चांसलर अंगेला मैर्केल वहां पहुंच रही हैं.

एएम/एजेए (रॉयटर्स, डीपीए)