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बीस मिनट में बढ़ाएं उम्र

२१ जनवरी २०१५

एक ताजा शोध के अनुसार हर रोज बीस मिनट तक कसरत करने से असामयिक मौत का खतरा 16 से 30 प्रतिशत तक घट जाता है.

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Symbolbild Mann und Frau positiv
तस्वीर: Fotolia/Fotowerk

इस शोध के लिए केम्ब्रिज यूनिवर्सिटी में बारह साल तक लोगों के स्वास्थ्य के आंकड़े जमा किए गए. कुल 3,34,161 लोगों के आंकड़ों का अध्ययन कर शोधकर्ता इस नतीजे पर पहुंचे हैं कि कसरत नहीं करना मोटापे की बीमारी से भी ज्यादा खतरनाक साबित हो सकता है. लोगों की मौत के कारणों की जब तुलना की गयी, तो पाया गया कि मोटापे के कारण अपनी जान गंवाने वाले लोगों की तुलना में किसी भी तरह का व्यायाम ना करने वालों की संख्या दोगुनी थी.

शोधकर्ता उल्फ एकेलुंड का इस बारे में कहना है, "हमें एक साफ संदेश मिला है: हर रोज बस थोड़ी से कसरत कर लेने से शरीर को कई तरह से फायदा पहुंच सकता है." उन्होंने कहा कि प्रति दिन यदि बीस मिनट के लिए सैर भी कर ली जाए, तो यह सेहत के लिए काफी फायदेमंद हो सकता है. उनकी सलाह है कि दफ्तर जाते समय लोग एक दो स्टॉप पहले ही बस से उतर जाएं और बाकी की दूरी पैदल तय करें ताकि दिन का कसरत का कोटा पूरा किया जा सके. ऐसा ही घर लौटते समय भी किया जा सकता है.

मोटापे का शिकार जो लोग कसरत करते हैं उनकी आयु मोटापे के शिकार कसरत ना करने वालों की तुलना में ज्यादा होती है. इसके अलावा पतले लोगों के लिए भी कसरत करना बहुत जरूरी है. कसरत ना करने वाले मोटे लोगों की तुलना में कसरत ना करने वाले पतले लोगों की जान को ज्यादा जोखिम रहता है.

इससे पहले हुए शोध में कसरत और खुशी के बीच संबंध पाए गए हैं. ब्रिटेन में हुए शोध बताते हैं कि कसरत करने से शरीर में एंडॉर्फिन की मात्रा बढ़ती है जिसे "हैपी हार्मोन" के नाम से भी जाना जाता है. इससे डिप्रेशन दूर करने में मदद मिलती है, आत्मविश्वास बढ़ता है और नींद भी अच्छी आती है. तो रोज कसरत करें और एक खुशहाल लंबा जीवन बिताएं.

आईबी/एमजे (डीपीए)