परेशानी में कुर्द
इस्लामिक स्टेट से लड़ने में अब अमेरिका ने कुर्दों के लिए हथियार देने शुरू किए हैं. लेकिन कोबानी में आईएस से लड़ाई खत्म होती नजर नहीं आ रही. हजारों लाखों लोग बेघर भटक रहे हैं.
शहीद
कोबानी से भागे सीरियाई कुर्द तुर्की के सुरुच में अस्पताल के सामने रोज जमा होते हैं. वह एक ऐसे व्यक्ति को दफ्न करने जा रहे हैं जिसने आईएस के खिलाफ लड़ाई में अपनी जान दे दी.
स्वर्ग में
मृतकों को एक सामूहिक कब्र में दफनाया जाता है. कोबानी से थोड़ी ही दूरी पर ऐसी कब्र बनाते हुए सीरियाई कुर्द.
राहत का इंतजार
तुर्की के गांव बागजा में गैर सरकारी संगठन बिहर राहत संगठन कोबानी में शरणार्थियों को जरूरी चीजें पहुंचाता है. कार्यकर्ताओं के मुताबिक मानवीय स्थिति बहुत खराब है.
सिर्फ जरूरत का
सोने के लिए कंबल, कुछ दूध पावडर, ठंड से निपटने का सामान, टेंट, पानी और दवाइयां कोबानी से भागे लोगों को मुहैया करवाई जा रही हैं.
पहचान
ऐसे दस्तावेज जिनमें व्यक्ति पहचान हो, वह कितने जरूरी हैं यह इन छोटे बच्चों को भी पता है. यह बच्चा अपने पारिवारिक दस्तावेजों में खुद का नाम ढूंढ रहा है.
अंतहीन यात्रा
शरणार्थी कोबानी में लड़ नहीं सकते और संघर्ष में बाकी लोगों का साथ नहीं दे सकते. इसलिए कई सीरियाई लोग अपना सब कुछ छोड़कर रेगिस्तान की ओर चले गए हैं.
स्कूल बंद
लोगों के सामान, घर, खाने पीने के साथ ही अहम है बच्चों की पढ़ाई. स्कूल वो जा नहीं सकते और अधिकतर किसी भी तरह पढ़ाई नहीं कर पा रहे हैं.
कहीं भी नहीं
कोबानी के आस पास रेगिस्तान में कहीं सोने की जगह ढूंढता यह परिवार.