1. कंटेंट पर जाएं
  2. मेन्यू पर जाएं
  3. डीडब्ल्यू की अन्य साइट देखें

आप भी वैसे ही निकले

३० मार्च २०१५

स्वराज और ईमानदारी की रट लगाने वाली आम आदमी पार्टी का बिल्कुल उल्टा चेहरा लोगों के सामने आ रहा है. पुराने साथी और कुछ अधिकारी अब पार्टी के एक खेमे का निशाना बन रहे हैं.

https://p.dw.com/p/1EzT4
अरविंद केजरीवाल और मनीष सिसौदियातस्वीर: UNI

दिल्ली में जब आम आदमी पार्टी की सरकार 49 दिन चली तो मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल समेत कई मंत्रियों को सरकारी आवास आवंटित हुए. आम आदमी पार्टी के संस्थापकों में से एक मनीष सिसौदिया को दिल्ली के मयूर विहार इलाके में फ्लैट मिला. 49 दिन की सरकार चली गई लेकिन सिसौदिया फ्लैट का मोह नहीं छोड़ पाए. लोक निर्माण विभाग के एक अधिकारी ने नियम का पालन करते हुए सिसौदिया को फ्लैट खाली करने का नोटिस दिया. सिसौदिया से कहा गया कि या तो वो फ्लैट खाली करें या फिर बाजार दर पर किराया दें. सिसौदिया इसे नजरअंदाज करते रहे.

फरवरी 2014 में दिल्ली में प्रंचड बहुमत से आम आदमी पार्टी की सरकार बनी. 49 दिन के शिक्षा मंत्री मनीष सिसौदिया इस बार उप मुख्यमंत्री बनाए गए. लेकिन महीने भर बाद पार्टी चुनावी वादों के बजाए भीतरी तमाशे की वजह से चर्चा में है. भीतरी कलह के बीच यह भी आरोप लग रहे हैं कि केजरीवाल गुट के नेता उन अफसरों को भी अपनी मर्जी का शिकार बना रहे हैं, जो उन्हें पसंद नहीं. सिसौदिया को नोटिस भेजने वाले पीडब्ल्यूडी के अधिकारी को दंड के रूप में ट्रांसफर मिला है. फिलहाल उनके पास कोई काम नहीं है. कुछ और अधिकारियों का भी ऐसा ही तबादला किया गया है.

Indien Anhänger der AAP-Partei
दो खेमों में बंटी आम आदमी पार्टीतस्वीर: picture-alliance/Zuma Press/A. Shivaani

स्वच्छ और नई राजनीति का नारा देने वाली आम आदमी पार्टी इस वक्त गहरे संकट में दिख रही है. शनिवार को पार्टी ने योगेंद्र यादव, प्रशांत भूषण, प्रोफेसर आनंद कुमार और अजीत झा को राष्ट्रीय कार्यकारिणी से निकाल दिया. इन सभी का आरोप है कि अरविंद केजरीवाल के संबोधन से शुरू हुई राष्ट्रीय परिषद में उन्हें अपना पक्ष रखने का मौका भी नहीं दिया गया.

केजरीवाल गुट पर विरोधियों को दबाने के लिए मारपीट का सहारा लेने के भी आरोप लगे. हालांकि आम आदमी पार्टी के प्रवक्ता आशुतोष और आशीष खेतान ने इन आरोपों से इनकार किया.

पूरे देश में लोकपाल लोकपाल की रट लगाने वाली आम आदमी पार्टी ने इसके बाद 24 घंटे के भीतर पार्टी लोकपाल एडमिरल रामदास को भी बाहर कर दिया. इस बीच केजरीवाल गुट ने आम आदमी पार्टी के अन्य नेताओं को मीडिया व विरोधी खेमे से बात न करने की चेतावनी दी है. पार्टी का कहना है कि इस आदेश को न मानने वाले के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी.

ओएसजे/एमजे (पीटीआई)