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यहूदी ईसा मसीह की हत्या से दोषमुक्त

४ मार्च २०११

पोप बेनेडिक्ट 16वें ने ईसा मसीह को सूली पर चढ़ाने के आरोप से यहूदियों को मुक्त करार दे दिया है. ईसाई धर्म के सबसे विवादास्पद मुद्दे पर बेबाकी से पोप ने अपना फैसला सुनाया. कहा कि पुराने दावे का कोई ठोस आधार नहीं है.

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पोप के बयान से कई हल्कों में खलबलीतस्वीर: AP

अब तक यह माना जाता रहा है कि यहूदियों ने ईसाई धर्म के संस्थापक ईसा मसीह को सूली पर चढ़ाकर मारा. इसी के आधार पर दोनों समुदायों के बीच कई दशकों तक खूनी संघर्ष भी हुआ. लेकिन अब पोप बेनेडिक्ट 16वें ने इस विवाद को खत्म करने की कोशिश की है.

एक नई किताब में उन्होंने ईसा मसीह को सूली पर चढ़ाए जाने के आरोप से यहूदियों को दोषमुक्त करार दिया है. 'जीजस ऑफ नाटजरथ' नाम की किताब में पोप ने बाइबिल और आध्यात्मिक अध्ययन का हवाला देते हुए यह दावा किया है. उनके मुताबिक इसका कोई प्रमाणिक आधार नहीं है कि सभी यहूदी ईसा मसीह की मौत के लिए जिम्मेदार हैं. पोप के इस फैसले के बाद वेटिकन में खलबली सी मची हुई है.

वहीं इस्राएली विद्वानों ने पोप की बात का समर्थन किया है. उनके मुताबिक यह दावा गलत है कि ईसा मसीह को यहूदियों ने सूली पर चढ़ाया. इस्राएल के प्रधानमंत्री बेन्जामिन नेतन्याहू ने भी पोप के कदम का स्वागत किया है.

नेन्याहू ने पोप के एक पत्र लिखा है जिसमें कहा गया है, ''मैं इस बात की सराहना करता हूं कि आपने नई किताब में पुरजोर ढंग से गलत आरोप को नकारा है. पुराने दावे के आधार पर कई सदियों से यहूदियों को नफरत का शिकार होना पड़ा.'' इस्राएली प्रधानमंत्री ने उम्मीद जताई कि पोप के दावे के बाद ईसाई और यहूदी समुदाय के बीच रिश्ते मजबूत होंगे.

रिपोर्ट: एजेंसियां/ओ सिंह

संपादन: ए कुमार

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