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भारत-पाक व्यापार की अड़चने दूर होने की उम्मीद

१४ फ़रवरी २०१२

भारत के वाणिज्य मंत्री आनंद शर्मा वाघा सीमा से पैदल चलते हुए पाकिस्तान की सीमा में पहुंचे. दोनों देशों के व्यापारिक साझेदारी बेहतर करना और व्यापार के अड़ंगे दूर करना मुख्य उद्देश्य.

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तस्वीर: AP

अगले तीन साल में भारत पाकिस्तान के बीच व्यापार बढ़ा कर दोगुना यानी छह अरब डॉलर का कर दिया जाएगा. आनंद शर्मा ने पाकिस्तान में पहली बार लगाए जा रहे ऑटो एक्स्पो का भी दौरा किया. उन्होंने कहा, "मैं सुनिश्चित कर सकता हूं कि भारत दोस्ती के इस रास्ते पर आपके साथ काम करने के लिए प्रतिबद्ध है ताकि लोगों का भविष्य बेहतर हो सके." सार्क चैंबर ऑफ कॉमर्स के अध्यक्ष विक्रमजीत सिंह ने डॉयचे वेले को बताया, "पहली बार एक्सपो लाहौर में हो रहा है. इसका मकसद यही है कि दोनों देशों के व्यापारी और व्यापार कूटनीति के रास्ते का नेतृत्व करें. इन दोनों की तरक्की हो और आर्थिक उन्नति हो, बाकी मुद्दे छोड़ के इसमें शांति और समृद्धि हो."

मोस्ट फेवर्ड नेशन (एमएफएन) के मामले में पाकिस्तान के वाणिज्य मंत्री ने कोई टिप्पणी नहीं दी थी. पाकिस्तान ने पिछले साल नवंबर में कहा था कि वह भारत को सर्वाधिक वरीयता वाले देश की सूची में देगा.

पाकिस्तान जाने से पहले भारत ने उम्मीद जताई थी कि पाकिस्तान अपने वादे पर कायम रहेगा और उसे एमएफएन स्टेटस देगा. भारत ने पाकिस्तान को 1996 में एमएफएन का स्टेटस दे रखा है और वह उसी श्रेणी में पाकिस्तान के साथ व्यापार भी कर रहा है.

वाघा बॉर्डर पर पत्रकारों को संबोधित करते हुए आनंद शर्मा ने कहा कि यहां से अप्रैल के अंत तक व्यापार शुरू हो सकेगा. आनंद शर्मा 120 व्यापारियों के प्रतिनिधिमंडल के साथ पाकिस्तान की तीन दिवसीय यात्रा पर हैं.

रिपोर्टः एजेंसियां/आभा एम

संपादनः ए जमाल

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