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पैसे के लिए फिल्म बनाओः कैमरन

१२ जनवरी २०१२

हर दिशा में आर्थिक फायदा देखने वाले ब्रिटिश प्रधानमंत्री डेविड कैमरन की लाभ दृष्टि ब्रिटिश फिल्म उद्योग पर लगी है. उनका कहना है कि ब्रिटिश फिल्मकारों को बॉक्स ऑफिस पर चलने वाली कमाऊ फिल्में बनानी चाहिए.

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तस्वीर: dapd

कैमरन ने ब्रिटिश फिल्म निर्माताओं से अपील की है कि वह बॉक्स ऑफिस पर चलने वाली फिल्में बनाएं. ब्रिटिश फिल्म उद्योग से सरकार को सालाना 4.2 अरब पाउंड मिलते हैं लेकिन इसमें अधिकतर धन हैरी पॉटर जैसी हिट फिल्मों से मिलता है, जो कि हॉलीवुड में बनती हैं. सरकार इस स्थिति में बदलाव चाहती है खास तौर पर किंग्स स्पीच और स्लमडॉग मिलिएनियर के हिट होने के बाद. सरकार के मुताबिक इन फिल्मों ने साबित किया है कि छोटे बजट की फिल्में भी बॉक्स ऑफिस पर धमाका कर सकती हैं. कैमरन ने कहा, हमारी और ब्रिटिश फिल्म इंस्टीट्यूट भूमिका सेक्टर को ज्यादा सक्रिय और उद्यमशील बनाने की होनी चाहिए. ब्रिटेन के प्रोड्यूसरों को प्रोत्साहन देना चाहिए कि वह हिट और कमाऊ फिल्में बनाएं साथ ही इनकी गुणवत्ता और प्रभाव अंतरराष्ट्रीय प्रोडक्शन के तोड़ का हों.

Flash-Galerie Film The King's Speech
द किंग्स स्पीच को मिले कई ऑस्कर पुरस्कारतस्वीर: centralfim

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प्रधानमंत्री कैमरन की राय है, "जैसे कि ब्रिटिश फिल्म कमीशन ने सबसे अच्छे और अंतरराष्ट्रीय स्टूडियो को ब्रिटेन में बुलाने के लिए अहम भूमिका निभाई है वैसे हमें ब्रिटिश निर्माताओं को नए मार्केट की दौड़ में शामिल होने के लिए प्रेरित करना चाहिए."

जानकारों का मानना है कि हॉलीवुड के 1920-1960 जैसा सुनहरा दौर ब्रिटिश फिल्म उद्योग ने शायद कभी नहीं देखा. हालांकि अवॉर्ड्स और टिकटों बिक्री तेजी से बढ़ी है. 2011 में द किंग्स स्पीच ने चार ऑस्कर जीते और दुनिया भर में 41 करोड़ डॉलर का बिजनेस किया जबकि फिल्म की लागत सिर्फ डेढ़ करोड़ थी. इसके पहले स्लमडॉग मिलिएनेर हिट रही.

केन लोच ने इस विचारधारा की आलोचना करते हुए कहा, "अगर बनने से पहले ही पता चल जाए कि फिल्म हिट होगी या नहीं को कोई दिक्कत ही नहीं है. यह मूर्खतापूर्ण है."

रिपोर्टः रॉयटर्स/आभा एम

संपादनः ए जमाल

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