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खुद मारे जानवर का मांस ही खाते हैं फेसबुक चीफ

२७ मई २०११

सोशल नेटवर्किंग वेबसाइट फेसबुक के सह संस्थापक मार्क जकरबर्ग ने अजीब शगल पाल रखे हैं. खबर है कि वह सिर्फ अपने हाथ से मारे जानवर का मांस खाते हैं. इसका तर्क वह देते हैं कि वह उस जानवर का सम्मान करना चाहते हैं.

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तस्वीर: AP

27 साल के अरबपति मार्क जकरबर्ग अपने लिए कुछ चुनौतियां तय करते रहते हैं. इसी सिलसिले में उन्होंने नया डाइट चार्ट अपनाया है. फॉर्च्यून मैगजीन में छपी एक रिपोर्ट के मुताबिक अपने हाथ से मारे जानवरों का मांस खाना इसी डाइट चार्ट का हिस्सा है.

खबर में जकरबर्ग के हवाले से कहा गया है, "मैं आजकल बहुत सेहतमंद खाना खा रहा हूं. मैंने लंबे समय तक कायम रहने वाली खेती और जानवरों के पालन पोषण के बारे में भी काफी सीखा है. जब हम रोज अच्छी चीजें खाते हैं तो खाने की अहमियत को कम करके आंकते हैं."

कहां से आया शगल

जकरबर्ग को इस नए शगल से मिलवाया है उनके घर के नजदीक रहने वाले सिलिकॉन वैली के एक रसोइये ने. इस रसोइये ने जकरबर्ग को स्थानीय किसानों से मिलवाया और मुर्गे, सूअर और बकरे को मारना सिखाया. जकरबर्ग ने सबसे पहले झींगा मछली मारी, वह भी उबालकर.

जिन बड़े जानवरों को फेसबुक के को फाउंडर मारते हैं उन्हें एक कसाई के पास भेजा जाता है. कसाई उन्हें साफ करके उनके मांस के टुकड़े वापस भेजता है. तब जकरबर्ग और उनकी गर्लफ्रेंड प्रिसिला उन्हें अपनी मर्जी से पकाते हैं.

क्या है वजह

अपने इस नए शगल के बारे में जकरबर्ग ने अपने फेसबुक पेज पर भी लिखा है जहां उन्होंने अपने मारे हुए एक मुर्गे की और फिर उससे बने खाने की तस्वीरें पोस्ट की हैं. फॉर्च्यून के मुताबिक जकरबर्ग कहते हैं, "इस साल तो एक तरह से मैं शाकाहारी बन गया हूं क्योंकि मैं अपने हाथ से मारे जानवरों का मांस ही खा रहा हूं."

जकरबर्ग इसकी वजह भी बड़े फलसफाना अंदाज में बताते हैं. वह कहते हैं, "मेरे ख्याल से बहुत से लोग भूल जाते हैं कि उनके जीने के लिए किसी जानवर को मरना पड़ता है. मेरा मकसद है कि मैं खुद को यह बात भूलने न दूं."

रिपोर्टः एजेंसियां/वी कुमार

संपादनः ओ सिंह

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