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एप्पल का सतरंगी बादलः आईक्लाउड

७ जून २०११

आईफोन और आईपैड बनाने वाली एप्पल ने अपने ग्राहकों को आईक्लाउड के तौर पर खूबसूरत तोहफा दिया है. इस एप्लीकेशन से सभी उपकरण एक साथ अपडेट हो सकते हैं. एप्पल सीईओ स्टीव जॉब्स ने खुद इस एप्लीकेशन को पेश किया.

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Apple Inc. Chairman and CEO Steve Jobs stands under an image of the iPad 2 at an Apple event at the Yerba Buena Center for the Arts Theater in San Francisco, Wednesday, March 2, 2011. (AP Photo/Jeff Chiu)
तस्वीर: AP

पहले से कहीं दुबले दिख रहे जॉब्स जब हर बार की तरह इस बार भी पूरी बाजू वाली काली टी शर्ट और डेनिम की जीन्स में स्टेज पर पहुंचे, तो हॉल में जमा करीब पांच हजार लोगों ने खड़े होकर और तालियां बजा कर उनका स्वागत किया.

आईक्लाउड ऐसा एप्लीकेशन है, जिससे एप्पल के सभी उपकरण एक साथ अपडेट किए जा सकते हैं. मिसाल के तौर पर आईफोन का कोई कांटैक्ट अपडेट किया जाता है, तो यह सर्वरों में रिकॉर्ड हो जाएगा और इसके बाद खुद ब खुद आईपैड या मैकबुक जैसे दूसरे उपकरणों को भी अपडेट कर देगा. यह सारा काम वायरलेस तरीके से होगा और जाहिर है कि इसमें इंटरनेट की मदद होगी.

आम तौर पर किसी एक उपकरण को अपडेट करने के बाद किसी दूसरे उपकरण में स्टोर उसी डाटा को अलग से अपडेट करना होता है. लेकिन आईक्लाउड ने इस मुश्किल को हल कर दिया है.

बदलते दौर की मुश्किल

हाल के दिनों में ज्यादा से ज्यादा लोग आईफोन जैसे स्मार्टफोन और आईपैड जैसे चलते फिरते कंप्यूटर को पसंद कर रहे हैं. इसमें सहूलियत तो बहुत है लेकिन डाटा स्टोर करने की सीमित क्षमता है. इसे देखते हुए गूगल और अमेजन जैसी कंपनियां इस क्षेत्र में जोर आजमा रही हैं. लेकिन एप्पल के इस कदम के साथ वह एक बार फिर दूसरी कंपनियों से आगे हो गया है.

Apple Inc. Chairman and CEO Steve Jobs waves to his audience at an Apple event at the Yerba Buena Center for the Arts Theater in San Francisco, Wednesday, March 2, 2011. (AP Photo/Jeff Chiu)
तस्वीर: AP

जॉब्स की बीमारी

सिलिकन वैली के सबसे तजुर्बेकार और प्रयोगशाली शख्सियत बन कर उभरे जॉब्स को आंतों का कैंसर है और इन दिनों वह आराम कर रहे हैं. लेकिन एप्पल की नई चीजों को पेश करने का उनका सिलसिला जारी है. हाल के कुछ सालों में उनकी तबीयत बेहद खराब हुई है और उन्हें देख कर यह साफ दिखता है. उनकी जीन्स बहुत ढीली दिख रही थी और टीशर्ट में फंसे हाथ भी कमजोर थे. सफेद रंग के स्पोर्ट्स शू में वह बहुत धीरे धीरे चल रहे थे, लेकिन उनकी ऊर्जा बची हुई है.

जॉब्स ने अपनी बीमारी के बारे में कुछ नहीं कहा और सिर्फ आईक्लाउड की बात की, "हम आपकी जिन्दगी का डिजिटल बैंक बादलों में कहीं फिट कर रहे हैं. सब कुछ ऑटोमेटिक होता है और आपको नया कुछ सीखने की जरूरत नहीं. यह खुद से काम करता है."

बदल देगा खेल

आईक्लाउड में सिर्फ म्यूजिक ही नहीं, बल्कि फोन या आईपैड से जुड़े सभी डाटा खुद से अपडेट हो सकते हैं. स्टर्ने एगी के विश्लेषक शॉ वू का कहना है, "यह कंप्यूटर के पूरे खेल को बदल सकता है. यह बिलकुल नए प्रकार की कंप्यूटिंग की शुरुआत है, जहां आपको अपने पीसी या किसी और स्टोरिंग डिवाइस पर निर्भर रहने की जरूरत नहीं."

जनवरी में छुट्टी पर जाने के बाद स्टीव जॉब्स सिर्फ दूसरी बार सार्वजनिक तौर पर सामने आए हैं. आईटी जानकार एवी ग्रीनगर्ट का कहना है, "वह बहुत दुबले दिख रहे हैं लेकिन उनकी ऊर्जा अब भी गजब की है. आईक्लाउड भी एक बेहद शक्तिशाली चीज है."

आईक्लाउड से एप्पल को कमाई तो नहीं होगी लेकिन इससे वह मार्केट में सबसे आगे निकल सकता है.

रिपोर्टः रॉयटर्स/ए जमाल

संपादनः महेश झा

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