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अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट के लिए दम लगाता पाकिस्तान

२९ नवम्बर २०११

पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड में भारी फेरबदल के बाद वह फिर से अपने देश में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट कराने के लिए जोर लगा रहा है. पीसीबी के नए अध्यक्ष जका अशरफ को उम्मीद है कि अगले साल से भारत सहित दूसरे देश वहां क्रिकेट खेलेंगे.

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तस्वीर: DW

वैसे अशरफ को ज्यादा उम्मीद बांग्लादेश और श्रीलंका से है. उनका कहना है कि ये दोनों देश वहां जमी बर्फ को पिघला सकते हैं और क्रिकेट खेलने के लिए आ सकते हैं. उन्होंने कहा, "मैं समझता हूं कि अगले साल पाकिस्तान में क्रिकेट में दोबारा बदलाव होने वाला है और 2012 में सकारात्मक नतीजे देखने को मिलेंगे." 2009 में श्रीलंका की राष्ट्रीय क्रिकेट टीम पर लाहौर में हुए जानलेवा हमले के बाद से पाकिस्तान में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट नहीं खेला जा रहा है और इसी वजह से उससे वर्ल्ड कप की मेजबानी भी छीन ली गई.

उससे पहले भारत में 26/11 के आतंकवादी हमले की वजह से भारत ने अपना पाकिस्तान दौरा रद्द कर दिया और इस तरह पिछले तीन सालों में भारत एक बार भी पाकिस्तान नहीं गया है. हालांकि अशरफ को उम्मीद है कि यह स्थिति बदलने वाली है, "भारत ने हाल ही में परिस्थितियों का हवाला देते हुए कहा है कि वह पाकिस्तान का दौरा नहीं कर सकता है. लेकिन हमारी कोशिशों के बाद हमें उम्मीद है कि भारत सकारात्मक जवाब देगा. हम जल्द ही भारतीय क्रिकेटरों को भी पाकिस्तान के शहरों में देखना चाहते हैं."

अशरफ अगले महीने भारत और बांग्लादेश का दौरा करने वाले हैं. उन देशों के क्रिकेट बोर्डों ने द्विपक्षीय क्रिकेट संबंधों को बहाल करने और उसे नई दिशा देने के उद्देश्य से अशरफ को न्योता दिया है. उन्होंने कहा कि इस बात में रत्ती भर भी शक नहीं है कि विदेशी मुल्कों के दौरे टलने की वजह से पाकिस्तान क्रिकेट पर बेहद बुरा असर पड़ा है. उन्होंने कहा, "अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को फिर से पाकिस्तान में लाना ही मेरा प्रमुख उद्देश्य है. यह अच्छी बात है कि इस वक्त हमारी टीम अच्छा प्रदर्शन कर रही है और अच्छे नतीजे दे रही है लेकिन यह भी जरूरी है कि वे अपने देश में अपने लोगों के सामने भी अपना खेल दिखाएं."

Indien Cricket WM 2011 Halbfinale Indien Pakistan
तस्वीर: AP

उन्होंने बताया कि पाकिस्तान में विदेशी टीमों को बुलाने की दिशा में कदम उठाया जा रहा है और इसके लिए पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) जल्द ही एक निगरानी समूह का गठन कर रहा है, जो देश में सुरक्षा की स्थिति का जायजा लेकर रिपोर्ट तैयार करेगा. यह सूमह क्रिकेट में भ्रष्टाचार और फिक्सिंग के मामलों पर भी नजर रखेगा.

हाल के दिनों में पाकिस्तान क्रिकेट बुरी तरह प्रभावित हुआ है. अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट न होने के अलावा टीम के अंदर खींचा तानी और मैच फिक्सिंग के आरोपों से भी वह खुद को नहीं बचा पाया है. पिछले साल लगातार टीम के सदस्यों में आपसी झड़प की खबरें आती रहीं, जिसके बाद शाहिद अफरीदी जैसे खिलाड़ी ने बीच में क्रिकेट छोड़ दी. हालांकि पीसीबी में बदलाव के बाद वह टीम में लौट आए.

इसी बीच पाकिस्तान के तीन क्रिकेट खिलाड़ी पूर्व टेस्ट कप्तान सलमान बट, तेज गेंदबाज मोहम्मद आसिफ और मोहम्मद आमिर स्पॉट फिक्सिंग में दोषी पाए गए. उन पर आईसीसी भी भारी पाबंदी लगाई और बाद में इंग्लैंड की अदालत ने उन्हें जेल की सजा सुना दी. यह पहला मौका है, जब किसी क्रिकेट खिलाड़ी को फिक्सिंग के आरोप में जेल जाना पड़ा.

रिपोर्टः पीटीआई/ए जमाल

संपादनः ओ सिंह

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