मित्तल परिवार: इस्पात से एस्कादा तक
६ नवम्बर २००९ये सौदा कितने में हुआ है, इसकी जानकारी नहीं दी गई है. हालांकि जर्मन मीडिया की ख़बरों में ये अंदाज़ा लगाया गया है कि ये सौदा तीन करोड़ यूरो में हुआ हो सकता है. बताया जाता है कि मेघा मित्तल इस सौदे की बड़ी इच्छुक थीं. एस्कादा की नीलामी में सबसे बडी़ बोली लगाकर उन्होंने इसे अपने नाम कर लिया.
सब कुछ मित्तल के हवाले
म्युनिख़ से जारी बयान में कहा गया कि एस्कादा का समस्त कारोबार और सभी प्रमुख संपत्तियां मित्तल परिवार के ट्रस्ट के हवाले कर दी गई हैं जिसकी हेड मेघा मित्तल हैं. इस सौदे में ब्रांड के अंतरराष्ट्रीय अधिकार, उत्पादन सुविधाएं और सेल्स के प्रतिष्ठान सब शामिल है.
अनिश्चितता ख़त्म
एस्कादा बोर्ड के अध्यक्ष ब्रूनो ज़ाएलत्सर ने कहा कि उन्हें राहत मिली कि कर्मचारियों, सप्लायरों और ग्राहकों से जुड़ी अनिश्चितता ख़त्म हो गई है. उन्होंने कहा कि मित्तल परिवार के रूप में श्रेष्ठ सहयोगी मिला है.
नामी गिरामी फ़ैशन कंपनी एस्कादा के दुनिया भर में दो हज़ार से ज़्यादा कर्मचारी हैं. इनमें से एक चौथाई तादाद एस्कादा के म्युनिख़ के पास आश्चहाइम स्थित मुख्यालय में काम करती है. अगस्त में उसे घाटे और मंदी के चलते ख़ुद को दिवालिया घोषित करना पड़ा था.
रिपोर्टः एजेंसियां/एस जोशी
संपादनः आभा मोंढे