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देर की शादी फ़ायदे का सौदा: आज़ाद

१२ जुलाई २००९

भारतीय स्वास्थ्य मंत्री ग़ुलाम नबी आज़ाद देश की बढ़ती आबादी को कम करने का एक अनूठा नुस्खा़ लाए हैं. उनकी राय में देर से शादियां की जाएं तो जनसंख्या में बढ़ोतरी पर रोक लगेगी.

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शादी और आबादी का सवालतस्वीर: picture-alliance / KPA / Franken

भारत के स्वास्थ्य मंत्री ग़ुलाम नबी आज़ाद ने कहा है कि बढ़ती आबादी पर अंकुश लगाने के लिए शादी देर से की जानी चाहिए. विश्व जनसंख्या दिवस की याद में हुए एक समाहरोह में आज़ाद ने ये राय पेश की.

इस समारोह में उन ग्रामीण दंपत्तियों को सम्मानित किया गया जिन्होंने 18 साल की उम्र के बाद विवाह किया और परिवार नियोजन में शामिल हुए. आज़ाद ने कहा कि, ''उन्हें इस सम्मान की दरकार नहीं क्योंकि वे तो क़ानून का पालन कर ही रहे हैं.'' उनके मुताबिक इनाम तो उन्हें दिया जाना चाहिए जो 30-31 साल की उम्र में शादी करने का फ़ैसला करते हैं.

पत्रकारों ने जब केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ग़ुलाम नबी आज़ाद से पूछा कि उनके कहने का अर्थ ये है कि शादी की उम्र तीस साल की जानी चाहिए. तो इस पर आज़ाद का जवाब था, ''नहीं वो ऐसा नहीं कह रहे हैं वो तो सिर्फ़ उन लोगों को पुरस्कार देने की बात कर रहे हैं जो देर से शादी करते हैं.''

आज़ाद के मुताबिक देर से शादी करने का दूरगामी प्रभाव पड़ता है आबादी पर. शादियां देर से होंगी तो आबादी की रफ़्तार भी कम होगी.

रिपोर्ट- पीटीआई/एस जोशी

संपादन- ए कुमार