1. कंटेंट पर जाएं
  2. मेन्यू पर जाएं
  3. डीडब्ल्यू की अन्य साइट देखें

मैर्केल ने जगाई उम्मीद की किरणें

२४ अगस्त २०१२

जर्मन चांसलर अंगेला मैर्केल चाहती हैं कि ग्रीस यूरो जोन में रहे, लेकिन उन्होंने बर्लिन आए ग्रीक प्रधानमंत्री से कहा है कि ग्रीस अपने आश्वासनों को पूरा करे. वहीं ग्रीस ने कहा है कि उसे दम लेने की मोहलत चाहिए.

https://p.dw.com/p/15wFn
तस्वीर: Reuters

कर्ज में डूबे ग्रीस के लिए इस दौरे को अत्यंत महत्वपूर्ण माना जा रहा था. जर्मन चांसलर मैर्केल ने ग्रीस को जर्मन मदद का आश्वासन दिया और उसे उम्मीद की किरण दी. समारास के साथ बातचीत के बाद मैर्कल ने कहा, "मैं साफ तौर पर कहना चाहती हूं कि ग्रीस यूरो जोन का हिस्सा है और मैं चाहती हूं कि ग्रीस यूरोजोन में रहे. इसी पर हमारी सारी बातचीत आधारित है." उन्होंने कहा कि उन्हें पूरा भरोसा है कि प्रधानमंत्री समारास की सरकार समस्याओं को सुलझाने के लिए सब कुछ कर रही है. चांसलर ने कहा, "हमें पता है कि इसके लिए बड़े बलिदानों की जरूरत है और जर्मनी ने हमेशा कहा है कि वह इसमें ग्रीस की मदद करेगा."

अपनी ओर से समारास ने ग्रीस द्वारा अंतरराष्ट्रीय दाताओं को किए गए सारे वायदों को पूरा करने का आश्वासन दिया. उन्होंने कहा कि वे ज्यादा वित्तीय मदद की मांग नहीं कर रहे हैं, बल्कि खर्च में कटौतियों और सुधारों के लिए थोड़ा और समय मांग रहे हैं. "मुझे विश्वास है कि हमारी योजना जल्द ही फल देगी. हम अपने लक्ष्यों को पूरा करेंगे." यूरो जोन में तीन सालों से चल रहे कर्ज संकट के बीच ग्रीस और जर्मनी के बिगड़े रिश्तों की ओर इशारा करते हुए समारास ने कहा, "हम अपने रिश्तों के एक नए काल की शुरुआत में हैं."

Staatsbesuch Samaras Merkel Griechenland Krise
बर्लिन में जर्मन चांसलर मैर्केल और ग्रीक पीएम समारासतस्वीर: picture-alliance/dpa

ग्रीस को अगले महीने मदद की दूसरी किश्त लेनी है और जर्मनी में इस पर जोर दिया जा रहा है कि जब तक यूरोपीय संघ, केंद्रीय बैंक और अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष की तिकड़ी की हरी झंडी नहीं मिलती, ग्रीस को दूसरी किश्त न मिले. समारास यूरो जोन के दो प्रमुख देशों जर्मनी और फ्रांस के दौरे पर निकले हैं. शनिवार को वे पेरिस में राष्ट्रपति फ्रांसोआ ओलांद से मिलेंगे. ओलांद ने एक दिन पहले जर्मन चांसलर से मुलाकात की थी.

समारास के इन दौरों का लक्ष्य यूरोजोन की दो बड़ी अर्थव्यवस्थाओं से बजट में कटौतियों के लिए और समय मांगना है. बर्लिन में हुई बातचीत के बाद उन्होंने कोई समयसीमा बताने से इनकार किया लेकिन वे चाहते हैं कि अरबों यूरो की बचत के लिए ग्रीस को कुछ और समय मिले. 130 अरब यूरो के सहायता पैकेज पाने के लिए ग्रीस ने 2013-14 में 11.5 अरब यूरो की बचत का वायदा किया है. लेकिन घाटा 14 अरब यूरो होने और लगातार पांचवें साल आर्थिक मंदी झेल रहा ग्रीस इसके लिए दो साल की मोहलत चाहता है. समारास ने कहा है कि वे ग्रीस के बजट घाटे और कर्ज संकट के कारण भरोसे के घाटे को दूर करने की कोशिश कर रहे हैं. उन्होंने अर्थव्यवस्था को जल्द से जल्द फिर से पटरी पर लाने की जरूरत पर भी जोर दिया है.

चांसलर मैर्केल ने एक दिन पहले बर्लिन में फ्रेंच राष्ट्रपति ओलांद से मुलाकात की थी और इस पर जोर दिया था कि ग्रीस को सुधारों के प्रयास बढ़ाने की जरूरत है लेकिन ओलांद के विपरीत उन्होंने यह नहीं कहा कि वे ग्रीस को यूरोजोन में बने रहते देखना चाहती हैं. समारास से मिलने के बाद मैर्केल ने ग्रीस में सुधार लाने पर हुई प्रगति पर ईयू, केंद्रीय बैंक और आईएमएफ की तिकड़ी के विशेषज्ञों की रिपोर्ट के महत्व पर एक बार फिर जोर दिया. तिकड़ी की सकारात्मक रिपोर्ट ग्रीस के लिए 31.5 अरब की किश्त पाने के लिए जरूरी होगी.

एमजे/ओएसजे (एएफपी)

इस विषय पर और जानकारी को स्किप करें

इस विषय पर और जानकारी