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52 साल बाद कैबिनेट छोड़ेंगे सिंगापुर के संस्थापक

१४ मई २०११

सिंगापुर राज्य की स्थापना करने वाले और देश के पहले प्रधानमंत्री ली कुआन यू ने कैबिनेट छोड़ने का एलान किया है. उनकी पीपल्स एक्शन पार्टी को हाल के चुनावों में अब तक के सबसे खराब नतीजे मिले हैं.

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Asian elder statesman and Singapore's founding father Lee Kuan Yew speaks to a group of journalists and publishers Monday Dec. 20, 2004 in Singapore. (AP Photo/Ed Wray)
ली कुआन यूतस्वीर: AP

87 साल के ली 1959 से 1990 तक देश के प्रधानमंत्री रहे. हाल तक वह अपने बेटे और प्रधानमंत्री ली सिएन लूंग की कैबिनेट में सलाहकार के तौर पर काम कर रहे थे.

पूर्व प्रधानमंत्री और मौजूदा वरिष्ठ मंत्री गो चोक तोंग के साथ संयुक्त रूप से जारी बयान में ली ने कहा कि वे दोनों कैबिनेट छोड़ देंगे. उन्होंने कहा, "वक्त आ गया है कि अब नौजवान पीढ़ी मुश्किल और विषम हालात में सिंगापुर को आगे ले जाने का काम संभाले."

चुनाव नतीजों का असर

दोनों नेताओं ने अपने बयान में हाल ही में पार्टी को मिले कम वोटों का जिक्र किया है. उन्होंने कहा, "आम चुनाव के नतीजों के बाद हमने कैबिनेट छोड़ने का फैसला कर लिया है. सिंगापुर के पास नौजवान मंत्रियों की एक पूरी टीम है. इनके साथ नौजवान खुद को जोड़ पाएंगे और सिंगापुर का भविष्य बना पाएंगे."

सात मई को हुए चुनावों में ली और गोह ने अपनी अपनी सीटें जीत ली थीं लेकिन पार्टी पीएपी को 60.1 फीसदी वोट मिले. 2006 के चुनाव उसे 66.6 फीसदी वोट मिले थे जबकि 2001 में 75 फीसदी. विपक्ष ने इस बार छह सीटें जीती हैं लेकिन 87 सीटों वाले संसद में यह एक रिकॉर्ड है.

बड़बोले ली

बड़बोले ली ने चुनाव प्रचार के दौरान विवादास्पद बयान देकर खूब हलचल मचाई. एक सीट पर उन्होंने वोटरों को विपक्षी उम्मीदवार को वोट न देने की चेतावनी दे डाली. ली ने कहा था कि इस फैसले के लिए वोटरों को पछताना पड़ेगा. हालांकि उनके बेटे ने फौरन यह कहकर बात संभालने की कोशिश की कि पिछली पीढ़ी के नेताओं का अंदाज अलग होता था.

रिपोर्टः एजेंसियां/वी कुमार

संपादनः एन रंजन

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