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15 करोड़ के 'गरीब' उम्मीदवार

२३ अप्रैल २०१४

बेल्लारी में बीजेपी के उम्मीदवार बी श्रीरामुलू अपने नए बन रहे बंगले तक पहुंचने से पहले एक काली गाय को रोटी खिलाते हैं. उन्हें लगता है कि वोटरों के साथ चुनाव जीतने के लिए उन्हें ऐसी धार्मिक आस्थाओं की भी जरूरत है.

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तस्वीर: DW/S. Waheed

बेल्लारी से लोकसभा चुनाव लड़ रहे श्रीरामुलू पर हत्या सहित कई आपराधिक मुकदमे चल रहे हैं. जेल में बंद एक खनन माफिया के साथ उनके नजदीकी संबंध हैं और उन्हें टिकट दिया है भ्रष्टाचार और अपराध को राजनीति से खत्म करने का दावा करने वाली बीजेपी ने.

भारतीय राजनीति में आपराधिक छवि वाले उम्मीदवारों को आम तौर पर आसानी से जीत मिल जाती है. हर तीन में से एक ऐसा उम्मीदवार बाजी मार लेता है और शायद इसी वजह से प्रमुख पार्टियां भी उन्हें टिकट देने से परहेज नहीं करतीं. जहां तक श्रीरामुलू का सवाल है, वे दूसरे नेताओं की तरह अपने ऊपर लगे सभी आरोपों को "राजनीति से प्रेरित" बता देते हैं, "मैं एक गरीब आदमी हूं. मेरे पिता कुली थे."

करोड़ों में कारोबार

यह बात अलग है कि उन्होंने चुनाव आयोग को दिए अपने ब्योरे में बताया कि उनके पास 15 करोड़ रुपये से ज्यादा की संपत्ति है. उनका बंगला जब तैयार हो जाएगा तो किसी आलीशान होटल की तरह दिखेगा, जिसमें एक स्वीमिंग पूल भी होगा. इसके अलावा चुनाव अधिकारियों ने पिछले हफ्ते बेल्लारी में छापा मार कर करीब साढ़े आठ करोड़ रुपये पकड़े हैं, जो कहा जा रहा है कि चुनाव में इस्तेमाल के लिए जमा किए गए थे. बताया जा रहा है कि ये पैसे श्रीरामुलू के नजदीकी लोगों के पास से पकड़े गए.

दक्षिण एशिया के जानकार और कार्नेगी इनडोमेंट फॉर इंटरनेशनल पीस के मिलन वैष्णव कहते हैं, "एक निष्पक्ष राज्य की गैरमौजूदगी में दागी उम्मीदवार जीत सकते हैं और उन्हें आगे भी समर्थन मिलेगा. ऐसा राज्य, जहां बिना भेदभाव के फायदे, सुरक्षा और न्याय नहीं मिल सकता." यह बात अब अगले महीने चुनाव नतीजों से तय होगा कि क्या इस बार भी वोटर ऐसे उम्मीदवारों को चुनेंगे. जहां तक श्रीरामुलू का सवाल है, कहा जा रहा है कि बेल्लारी में मुकाबला बहुत कांटे का है.

इस बार बेल्लारी से कांग्रेस के टिकट पर साफ सुथरी छवि वाले एक जज हैं. इलाके के एक मजदूर शिवाजी राव का कहना है, "कांग्रेस के उम्मीदवार नए हैं लेकिन जज हैं और उनके साथ कोई घोटाला नहीं जुड़ा है. श्रीरामुलू के नाम कई घोटाले हैं, हालांकि अभी यह साबित नहीं हुआ है. और रेड्डी जेल में हैं."

खनन माफिया

राव का इशारा जनार्दन रेड्डी की तरफ है, जो श्रीरामुलू के करीबी हैं और जिन पर गलत तरीके से लौह अयस्क चीन निर्यात करने का आरोप है. इस घोटाले की वजह से सुप्रीम कोर्ट ने इलाके के सभी खनन पर 2011 में रोक लगा दी और इस वजह से हजारों मजदूर बेरोजगार हो गए. कर्नाटक में पहली बार सरकार बनाने वाली बीजेपी को भी झटका लगा, जिसमें श्रीरामुलू और रेड्डी दोनों मंत्री थे.

बंगले के सामने काली गाय को रोटी खिलाने के बाद श्रीरामुलू आलीशान एसयूवी में सवार होते हैं और चुनाव प्रचार के लिए निकल जाते हैं. आजू बाजू दो बंदूकधारी अंगरक्षकों के साथ बाजार में जाते हैं, तो कुछ लोग ऐसे भी मिल जाते हैं, जो बताते हैं कि जब रेड्डी और श्रीरामुलू का जोर था, तो बिजनेस अच्छा था.

सु्प्रीम कोर्ट के फैसले के बाद श्रीरामुलू को निजी तौर पर भी नुकसान पहुंचा है. तीन साल पहले स्थानीय चुनाव में उन्होंने अपनी जायदाद करीब 50 करोड़ रुपये बताई थी. खनन घोटाले के वक्त पार्टी छोड़ने वाले श्रीरामुलू मार्च में दोबारा पार्टी में शामिल हो गए. उनका कहना है, "बेल्लारी में खनन रोक दिया गया है. पैसे नहीं आ रहे हैं. वे बुरी स्थिति का सामना कर रहे हैं."

एजेए/एमजे (रॉयटर्स)