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भरोसा लाए अमेरिका

१९ नवम्बर २०१३

जर्मन चांसलर अंगेला मैर्केल ने चेतावनी दी है कि यूरोप में बड़े स्तर पर हुई अमेरिकी जासूसी अटलांटिक पार मुक्त व्यापार समझौते पर असर डाल सकती है.

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तस्वीर: JOHANNES EISELE/AFP/Getty Images

मैर्केल ने अमेरिकी निगरानी कार्यक्रम के बारे में कहा, "आरोप गंभीर हैं, इन्हें खत्म होना चाहिए. इससे भी जरूरी है कि भविष्य के लिए भरोसे की नई भावना विकसित की जाए." उन्होंने कहा कि नेशनल सिक्योरिटी एजेंसी के यूरोप और जर्मनी में बड़े पैमाने पर निगरानी कार्यक्रम के दावों ने मुक्त व्यापार की बातचीत 'परखने की नौबत' ला दी है, साथ ही यूरोप के अमेरिका के साथ संबंधों को भी.

चांसलर के सुर में सुर मिलाते हुए जर्मन गृह मंत्री हांस पेटर फ्रीडरीष ने भी एनएसए विवाद पर अमेरिकी सरकार के रवैये की आलोचना की. एनएसए पर लगे आरोपों में जर्मन चांसलर के मोबाइल फोन की टैपिंग भी शामिल है. अमेरिकी निगरानी कार्यक्रम पर एक विशेष संसदीय बहस के दौरान फ्रीडरीष ने कहा, "अमेरिकियों को आरोपों से मुक्त होने होगा, वे विवादों में फंसे नहीं रह सकते." उन्होंने कहा कि अमेरिकी सरकार अपने निगरानी कार्यक्रम में लगी एजेंसियों के बारे में खुलापन दिखा कर यूरोप और अमेरिका के बीच भरोसा फिर से कायम करे.

Bundesinnenminister Hans-Peter Friedrich Handy
हांस पेटर फ्रीडरीषतस्वीर: picture-alliance/dpa

गृह मंत्री फ्रीडरीष ने जर्मनी में आंकड़ों की सुरक्षा बढ़ाने के लिए नियंत्रण बढ़ाने के उपायों की मांग ठुकरा दी. उन्होंने कहा कि कई संसदीय कमेटियां पहले ही खुफिया एजेंसियों की गतिविधियों पर नजर रख रही हैं. नाजी इतिहास और साम्यवादी पूर्वी जर्मनी में बड़े पैमाने पर चले निगरानी कार्यक्रम की वजह से अमेरिकी जासूसी खास तौर से जर्मनी के लिए बहुत संवेदनशील मसला है. पिछले महीने जब यह खबर आई कि अमेरिकी खुफिया एजेंसी ने चांसलर मैर्केल का मोबाइल फोन 2002 से ही एनएसए के निगरानी कार्यक्रम के निशाने पर था तो यह चिंता और बढ़ गई.

जासूसी कार्यक्रम के बारे में खबर प्रमुख रूप से एनएसए के पूर्व कॉन्ट्रैक्टर एडवर्ड स्नोडेन की लीक की गई जानकारियों से मिली. इन्हीं के आधार पर अमेरिकी खुफिया एजेंसी पर तमाम आरोप लगे हैं. सोमवार को संसदीय बहस के बाद विपक्षी दलों की ओर से एक बार फिर यह मांग भी उठी कि स्नोडेन को जर्मनी में शरण दिया जाए. मैर्केल की पार्टी क्रिस्टियान डेमोक्रैट यानी सीडीयू और विपक्षी सोशल डेमोक्रैट्स ने इस बात से इनकार नहीं किया कि एनएसए विवाद को देखने के लिए एक संसदीय कमेटी बनाई जाएगी जो स्नोडेन को गवाह के तौर पर बुला सकती है. सीडीयू और एसपीडी फिलहाल सरकार के लिए महागठबंधन बनाने के लिए बातचीत कर रही हैं.

संसद में अपने भाषण के आखिर में चांसलर मैर्केल ने कहा कि अमेरिका के साथ संबंध 'सबसे महत्वपूर्ण' था. हालांकि उन्होंने कहा कि वैश्विक अर्थव्यवस्था में एक बड़ा उछाल मुक्त व्यापार बातचीत से आ सकता है और इसके लिए भरोसे की भावना जरूरी है. जर्मनी और अमेरिका फिलहाल आपसे में खुफिया एजेंसियों के बीच सहयोग के लिए जासूसी विरोधी करार करने की कोशिश में जुटे हैं.

एनआर/एजेए (डीपीए)

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