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बायर्न म्यूनिख में लीकेज

२६ नवम्बर २०१३

'घर का भेदी, लंका ढाए' चैंपियंस लीग विजेता बायर्न म्यूनिख ऐसे ही हालात से गुजर रहा है. खबरें हैं कि डॉर्टमुंड के खिलाफ मैच से पहले टीम के किसी खिलाड़ी ने गेम प्लान लीक किया. कोच ने कहा, "लीक करने वाले नपेंगे."

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तस्वीर: Reuters

शनिवार को बायर्न म्यूनिख ने अपनी मुख्य विपक्षी टीम बोरुसिया डॉर्टमुंड को 3-0 से हराया. इधर जीत का जश्न चल ही रहा था कि ऐसी खबरें आने लगी कि कुछ खिलाड़ियों ने टीम डिटेल मैच से पहले ही मीडिया में लीक किया. रिपोर्ट के मुताबिक डॉर्टमुंड के आक्रामक खेल से निपटने के लिए कोच पेप गुआर्डिओला ने जो रणनीति बनाई थी, वह भी लीक हुई.

जर्मनी के सबसे ज्यादा बिकने वाले अखबार बिल्ड त्साइटुंग के मुताबिक मीडिया रिपोर्टों से कोच गुआर्डिओला बिफरे हुए हैं. इसी साल बार्सिलोना से बायर्न आने वाले गुआर्डिओला ने खिलाड़ियों ने कहा है कि, "वो जो कोई भी है, खामियाजा भुगतेगा. वह मेरे साथ दोबारा नहीं खेलेगा."

बायर्न के चेयरमैन कार्ल हाइंज रुमेनिगे ने भी मामले की जांच की पुष्टि की है, "उसे ढूंढने की कोशिश में हम एनएसए (अमेरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसी) नहीं बनेंगे, लेकिन मैं उस व्यक्ति से कहना चाहूंगा कि वो तुरंत यह काम बंद कर दे. वरना उसे न सिर्फ पेप गुआर्डिओला बल्कि पूरे क्लब के साथ बहुत ज्यादा मुश्किल होगी."

मामला ऐसे वक्त में सामने आया है जब बायर्न चैंपियंस लीग में पूरी रफ्तार से आगे बढ़ रहा है. बुधवार को टीम का मॉस्को में सीएसकेए मॉस्को से सामना है.

जर्मनी में फुटबॉल टीम का गेम प्लान लीक होने का मामला 2012 की यूरोपियन चैंपियनशिप में भी सामने आया था. तब ग्रीस के खिलाफ क्वार्टर फाइनल के उतर रही जर्मन टीम की रणनीति लीक हुई. राष्ट्रीय टीम के कोच योआखिम लोएव के ड्रेसिंग रूम में खिलाड़ियों को गेम प्लान समझाने के कुछ ही घंटे बाद ऐसा हुआ.

फुटबॉल के मैदान पर हर टीम अपनी खास रणनीति से उतरती है. मजबूत डिफेंस, आक्रमक फॉरवर्ड लाइन या बेजोड़ मिडफील्ड के साथ लंबे या छोटे पास खेलने वाली टीमों के खिलाफ खास रणनीति बनाई जाती है और उसी के तहत 11 खिलाड़ी चुने जाने जाते हैं. रणनीति की वजह से क्लब कोचों पर बेहताशा खर्च करते हैं. ऐसे में गेम प्लान का लीक होना अनुशासन के लिहाज से विश्वासघात माना जाता है. कभी कभार सामने आने वाले ऐसे मामलों में टीमें पहले आरोपी खिलाड़ी को खुद बंद कमरे में आरोप स्वीकार करने का मौका देती हैं. आम तौर पर खिलाड़ी को भरोसा दिया जाता है कि उसका नाम और उसकी हरकत को सार्वजनिक नहीं किया जाएगा.

रिपोर्ट: पीएच/ओएसजे

संपादन: एन रंजन

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