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फॉर्मूला वन के नए नियम

१५ मार्च २०१४

नए नियम, नई कारें, फॉर्मूला वन में ग्रां प्री के इतिहास का सबसे बड़ा बदलाव किया गया है. रविवार को जब फर्राटा रेस शुरू होगी, तो सभी टीमें नई तकनीक से जूझती नजर आएंगी.

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तस्वीर: Reuters

चार बार से जीत रहे सेबास्टियान फेटल की टीम के सामने 2014 के ग्रां प्री सीजन में बड़ी चुनौती है. हालांकि सभी टीमें नए बदलावों से थोड़ी हैरान हैं. नया सीजन बड़े बदलाव सरप्राइज के साथ आ सकता है. मर्सिडीज के मोटर स्पोर्ट प्रमुख टोटो वोल्फ बताते हैं, "मुझे लगता है कि पहली रेस में कोई न कोई नाटक होगा." बिलकुल नई कारों के साथ ड्राइवर अभी पूरी तरह से तालमेल नहीं बिठा पाए हैं और फर्राटा मारने वाली रेड बुल शुक्रवार के प्रैक्टिस सेशन में चौथे नंबर पर रही.

क्या है नया

1.6 लीटर की टर्बो मोटर इस सीजन से कारों में लगाई गई है. इससे एरोडाइनामिक कंस्ट्रक्शन पर गहरा प्रभाव पड़ता है. फॉर्मूला वन के चालकों को 30 फीसदी कम ईंधन इस्तेमाल करना पड़ेगा. चार बार के चैंपियन फेटल कहते हैं, "अगर मैं पिछले साल की तरह गाड़ी चलाऊंगा तो आखिरी लक्ष्य तक पहुंच ही नहीं पाऊंगा." वहीं मर्सिडीज स्पोर्ट प्रमुख वोल्फ कहते हैं, “मुद्दा ये नहीं है कि आप एक्सेलेटर पर पैर धर दें, बल्कि मुद्दा ये है कि चालक बुद्धिमानी से चलाए. और चालक ऐसा हो, जो तेज तो हो लेकिन उसमें बौद्धिक क्षमता भी हो. वह निश्चित ही आगे जाएगा."

चालक के पास इस बार संभावना रहेगी कि एक बटन से वह 30 सेकंड तक 160 पीएस क्षमता बढ़ा दे. ये हाइब्रिड सिस्टम के कारण हो पाएगा. ये हाइब्रिड सिस्टम ब्रेक लगाने और निकलने वाले धुएं की ऊर्जा को इलेक्ट्रिक ऊर्जा के तौर पर सेव कर लेगा. इसके कारण रेस की रणनीति पूरी तरह से बदल जाएगी. मर्सिडीज के लुइस हैमिल्टन कहते हैं, "हर बार जब हम रेस शुरू करते हैं, कुछ नया पता चलता है. मुझे नहीं पता कि हमें और क्या क्या पता चलेगा." वहीं निको रोजबर्ग कहते हैं, "मुझे लगता है हमारी स्थिति अच्छी है. लेकिन कोई न कोई समस्या सभी को है."

टेस्ट के दौरान मर्सिडीज सबसे तेज कार रही और फेटल को तकनीक समस्याओं से जूझना पड़ा. क्योंकि उनकी कार रेड बुल का तो चेसिस भी नया है, मोटर रेनां की है. लेकिन मर्सिडीज ने अपनी नई कार बिलकुल फरारी की तरह बनाई है. वोल्फ कहते हैं कि इसका बड़ा फायदा है. क्योंकि चेसिस के साथ लगी मोटर गाड़ी की क्षमता से जुड़ा है.

अभी तक तो फेटल ने जीत जीत कर फार्मूला वन का सरप्राइज फैक्टर शून्य कर दिया था. अब नए नियमों के साथ ग्रां प्री शायद फिर से आकर्षक बन सके.

रिपोर्टः गेरहार्ड सोनलाइटनर/एएम

संपादनः ए जमाल