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धो डालो, लेकिन दुश्मन को

२५ जुलाई २०१३

यूरोकप महिला फुटबॉल में जर्मनी की टीम ने स्वीडन को 1-0 से धोया, लेकिन एक जर्मन टीवी चैनल शायद अब भी महिला फुटबॉलरों को सफाई जैसे घरेलू कामों में उलझाए रखना चाहता है, कम से कम प्रचार में तो यही दिखता है.

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तस्वीर: picture-alliance/dpa

चाहे महिलाएं खेलें या पुरुष, फुटबॉल फुटबॉल होता है. लेकिन जर्मनी के एक टीवी चैनल ने फाइनल में पहुंची जर्मन महिलाओं को नाराज कर दिया है. टीवी चैनल ने महिला यूरोकप फुटबॉल के सिलसिले में एक विज्ञापन बनाया है. इसमें एक महिला फुटबॉलर को कीचड़ में फुटबॉल खेलते हुए दिखाया जा रहा है. इसके बाद वह अपना गंदा फुटबॉल वॉशिंग मशीन में डालती हैं. जर्मनी में फैंस को समझ नहीं आ रहा है कि फुटबॉल के सिलसिले में भी महिलाओं को वॉशिंग मशीन के पास धोते हुए, मतलब घर का काम करते हुए दिखाने की क्या जरूरत है. कुछ ने इसे "सेक्सिस्ट और शर्मनाक" बताया है- एक ऐसा विज्ञापन जो पुरुष प्रधान समाज के पूर्वाग्रहों को दिखाता है.

बहरहाल, जर्मन टीम छठी बार यूरोपीय चैंपियनशिप के फाइनल में खेलेगी. बुधवार को गोथेनबर्ग में हो रहे खेल में जेनिफर मारोशान ने जर्मन टीम के लिए एक गोल दागा और उसकी किस्मत तय कर दी. यह करिश्मा 33वें मिनट पर हुआ जिसमें जर्मन खिलाड़ी आन्या मिटाग ने मारोशान की मदद की. जर्मन स्ट्राइकर आन्या को स्वीडन की क्रिस्टीन हामरश्ट्रोम ने रोकने की कोशिश की लेकिन उनकी टीम की तरफ से बॉल रोकने में कोई भी सफल नहीं रहा.

मैच के बाकी हिस्से में जर्मन टीम के फैंस के तनाव की सीमा नहीं थी. जर्मन बचाव के लिए स्वीडन के आक्रमक खिलाड़ी एक बड़ी चुनौती रहे. कोसोवारे असलानी और लोटा शेलिन खास तौर से जर्मन टीम को परेशान करने में सफल रहे. दोनों ने मिलकर गोल के कई बनाए लेकिन जर्मन टीम की कप्तान और गोलकीपर नादीने आंगेरर की दीवार स्वीडेन को गोल बनाने से रोकती रही.

Fußball Frauen Deutschland Nationalmannschaft EM Training 2013
तस्वीर: imago sportfotodienst

स्वीडेन के खिलाड़ी खेल खत्म होने तक गोल करने की कोशिश करते रहे लेकिन जर्मनी के शानदार बचाव ने उनकी टीम को मौका ही नहीं दिया. स्वीडेन की टीम को बुरी हार का सामना करना पड़ा और यह लगातार दूसरी बार हो रहा है. 1995 और 2001 में उन्हें फाइनल में हारना पड़ा और वे अब दूसरी बार सेमीफाइनल में जर्मनी से हार गई हैं.

लेकिन जर्मन टीम इस वक्त बहुत थकी है. नादीने केसलर ने कहा, "मैं तो थक कर चूर हो गई हूं." जर्मन कोच सिल्विया नाइड का कहना है कि उन्हें टीम के प्रदर्शन पर गर्व है, "मुझे बेहद खुशी है कि हम इस युवा टीम के साथ फाइनल तक पहुंच गए हैं." जर्मनी को इन पर गर्व है और चांसलर अंगेला मैर्केल ने खुद टीम को अपनी शुभकामनाएं दी हैं.

फाइनल से पहले टीम थोड़ा आराम करेगी, खिलाड़ी सौना और स्विमिंग जाना चाहते हैं और इसके लिए स्टॉकहोम के पास सोलना में रैडिसन रॉयल पार्क होटल बुक किया गया है. वॉशिंग मशीन में फुटबॉल को धोने की बात को टीम भुलाकर अपने अंतिम खेल की तैयारी में है. फाइनल 28 जुलाई को है.

रिपोर्टः एमजी/एनआर (डीपीए)

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