अमेंडा नॉक्स की कहानी पर व्यापार
६ अक्टूबर २०११अमेंडा नॉक्स के मुकदमे ने पूरी दुनिया का ध्यान अपनी ओर खींचा. खास तौर से अमेरिका में लोगों की मुकदमे के हर पहलू पर नजर रही. किसी टीवी कार्यक्रम से ज्यादा रुचि लोगों को यह जानने में थी कि अमेंडा के मुकदमे का नतीजा क्या होगा. अमेंडा की कहानी में आम लोगों की ही नहीं, बल्कि बड़े बड़े पब्लिशिंग हाउज और टीवी प्रड्यूसर्स की भी रुची बन गई है. माना जा रहा है कि यदि अमेंडा अपनी कहानी को एक किताब या टीवी प्रोग्राम के तौर पर दुनिया के सामने लाती हैं तो वह उस से करोड़ों कमा सकती हैं. रिपोर्टों के अनुसार अब तक इस मुकदमे पर उनके परिवार ने दस लाख डॉलर पांच करोड़ से अधिक का खर्चा किया है.
अमेंडा पर नजर
लॉस एंजेलिस के एक पब्लिशिंग हाउज में काम करने वाली शारलॉट गुसे ने समाचार एजेंसी एएफपी से कहा, "मुझे लगता है कि उन्हें बहुत पैसा मिलेगा. उन्हें किताब लिखने के प्रस्ताव आएंगे, फिल्मों के प्रस्ताव आएंगे, वह टूर पर जाएंगी, अगर वह चाहें तो यहां के सबसे बड़े बड़े शो में देखी जा सकती हैं." सेन डिआगो की पब्लिसिस्ट सैंड्रा डिकस्ट्रा का कहना है कि अमेंडा की कहानी बेस्टसेलर बन सकती है, "मुझे लगता है कि कई एजेंट पहले से ही उसके परिवार और वकीलों के संपर्क में होंगे. उन्होंने पहले से ही बात कर ली होगी कि अगर अमेंडा छूट जाती है तो हम उसके साथ काम करेंगे."
सैंड्रा का कहना है कि अमेंडा का भोला भाला चेहरा कताब की बिक्री में मददगार साबित होगा, "यह एक बहुत बड़ी किताब बनेगी, इसलिए भी क्योंकि इसका अंत सुखद है. आज के जमाने में लोग 'हैपी-एंड' के इंतजार में रहते हैं. वह देखने में अच्छी है, उसकी बहुत प्यारी मुस्कराहट है और ऐसी लड़की बहुत ही दुखद वक्त से गुजरी है." सैंड्रा की मानें तो अमेंडा इस किताब से कम से कम 15 लाख डॉलर यानी करीब साढ़े सात करोड़ रुपये कमा सकती हैं.
ऐसी भी अटकलें लगाई जा रही हैं कि अमेंडा की कहानी फिल्म के पर्दे पर दिख सकती है. लेकिन हॉलीवुड में फिल्मों के जानकार एड एपस्टाइन को इस पर शक है, "फिल्म बनने के 50-50 चांस हैं. हॉलीवुड में एक फिल्म बनाने में दो साल लगते हैं. सवाल यह है कि क्या 2014 में भी अमेंडा की कहानी में लोगों की दिलचस्पी उतनी ही होगी जितनी आज है?" एपस्टाइन का कहना है कि यदि कोई टीवी चैनल उन पर टेली-फिल्म बनाना चाहे तो वह काम जल्दी हो सकता है.
बदनाम होने पर नाम
ऐसा पहली बार नहीं हो रहा जब आपराधिक मामले में फंसे व्यक्ति को ग्लैमर की शक्ल मिल रही हो. अमेरिकी फुटबॉलर ओजे सिम्पसन पर 1994 में अपनी पत्नी और उसके बॉयफ्रेंड के कत्ल का आरोप लगा जो साबित नहीं हो पाया. सिम्पसन के मुकदमे की सुनवाई को टीवी पर लाइव देखा गया. बाद में उन्होंने अपने अनुभवों को किताब की शक्ल दी. उनकी किताब 'इफ आई डिड इट' भी विवादों में घिरी रही. बिल क्लिंटन और मोनिका लेविंस्की पर लिखी गई किताब 'मोनिकाज स्टोरी' भी बहुत चर्चित रही. मोनिका लेविंस्की ने इस किताब से करीब 15 लाख डॉलर कमाए.
भारत में भी इसके उदाहरण कम नहीं हैं. वहां सबसे लोकप्रिय रिएलिटी टीवी शो 'बिग बॉस' में हर साल ऐसी कोई ना कोई शख्सियत देखी जाती है जिसकी आपराधिक पृष्ठभूमि हो. अंडरवर्ल्ड डॉन अबु सलेम की गर्लफ्रेंड मोनिका बेदी जब जेल से छूटीं तो उन्हें फौरन इस शो का प्रस्ताव मिल गया. इस साल सीरियल किलर चार्ल्स शोभराज की पत्नी निहिता बिसवास शो का हिस्सा हैं. इसी तरह मशहूर डकैत सीमा परिहर को भी इस शो में देखा गया. उन्होंने अपने जीवन पर बनी फिल्म 'वूंडेड' में भी काम किया.
शायद अमेंडा की कहानी भी जल्द ही बाजारों में बिके. लेकिन अपनी कहानी बयान करने से पहले उन्हें कानूनी मसले हल करने होंगे. इटली में अब भी इस फैसले के खिलाफ याचिका दायर हो सकती है.
रिपोर्ट: एएफपी/ईशा भाटिया
संपादन: ए कुमार